गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री
डॉ. महेश शर्मा ने रविवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया। इस दौरान बीजेपी सांसद डॉ. महेश
शर्मा ने केंद्र की मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार के विकास कार्यों का बखान किया। साथ ही
उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में किए गए कार्यों को लेकर भी बात की।
प्रेस वार्ता के दौरान बीजेपी सांसद ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो को लेकर कहा कि वहां के लोगों को
यातायात की बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि यहां के लोगों को मेट्रो सेवा
की सख्त ज़रुरत है। उन्होने बताया कि ग्रेनो वेस्ट मे मेट्रो सेवा को लेकर केंद्रीय मंत्री डॉ. हरदीप सिंह
पुरी से मुलाकात भी की है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो जल्द दौड़े केंद्र और यूपी की डबल इंजन सरकार
भी यही चाहती है, ग्रेनो वेस्ट के लोगों का ये सपना जल्द साकार होने वाला है।
मीडिया से बात करते हुए सांसद महेश शर्मा ने कहा कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक जल्द मेट्रो पहुंचेगी।
इसके लिए हर प्रयास तेजी से किये जा रहे हैं। आपको बता दें पहले मेट्रो के रूट को सरकार ने खारिज
कर दिया था। जिसके बाद एक बार फिर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों ने मेट्रो को लेकर जोरदार
प्रदर्शन किया था। अब सांसद के इस बयान के बाद लोगों में फिर से मेट्रो के काम में तेजी लाने की
उम्मीद जगी है।
बीजेपी सांसद डॉ. शर्मा ने मोदी सरकार के अंतरिम बजट को लेकर कहा कि यह बजट पिछले वर्ष के
आधार पर बनाया गया है। जो मोदी सरकार के “सबका साथ, सबका विकास” के आदर्श वाक्य के
अनुरूप, गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी (ज्ञान) को शामिल करता है। इस बजट में भारत के जी-20 की
अध्यक्षता के वर्ष के दौरान मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों की रेखांकित किया गया। जिसमे प्रकृति,
आधुनिक आधारभूत संरचना और सभी के लिए समान अवसरों के साथ समृद्ध भारत के दृष्टिकोण को
प्राप्त करते हुए
भारत को दुनिया भर में विश्वगुरु के रूप में पेश किया गया। डॉ. शर्मा ने कहा कि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के निरंतर और दीर्घकालिक विकास के दृष्टिकोण के अनुरुप, वित्तीय वर्ष 2024-
25 के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर खर्च का बजट बढ़ाकर 11,11,111 करोड़ रुपए कर दिया गया
है। जो देश के सकल घरेलु उत्पाद का 3.4 फीसदी है।
उन्होने बताया कि मोदी सरकार ने देश की आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर मजबूत
बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है। इस प्रयास का एक उल्लेखनीय उदाहरण हवाई अड्डों की संख्या में
पर्याप्त वृद्धि है। जो अब 149 तक पहुंच गई है। इसके अलावा, बजट में नमो इंडिया के तत्वावधान में
शहरी परिवर्तन के प्रमुख इंजन के रूप में मेट्रो रेल की कल्पना की गई है। जबकि लॉजिस्टिक्स दक्षता में
सुधार और लॉजिस्टिक्स की लागत को कम करने के लिए प्रधानमंत्री-गति शक्ति के अंतर्गत तीन प्रमुख
रेलवे कॉरिडोर भी प्रस्तावित किए गाए हैं।
मोदी सरकार के पिछले एक दशक के कार्यकाल में निरंतर यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए गए हैं,
कि किसान देश के विकास के केंद्र बिंदु पर बने रहे। इसके अतिरिक्त इलेक्ट्रॉनिक राष्ट्रीय कृषि बाजार
द्वारा 1,361 मंडियों को एकीकृत किया गया है, और 1.8 करोड़ किसानों को 13 लाख करोड़ व्यपार
क्षमताओं के साथ सेवाएं प्रदान कर रहा है। मत्स्य पालन के लिए मोदी सरकार के द्वारा एक पृथक
विभाग का निर्माण किया गया।
नोएडा में मीडिया से बात करते डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 2021 में कॉप-26
शिखर सम्मेलन में “पंचामृत” का लक्ष्य रखा था। भारत ने नवीकरणीय ऊर्जा के द्वारा 50 फीसदी
स्थापित ऊर्जा क्षमता को प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। जिसमे से वर्तमान में 43.9 फीसदी
लक्ष्य प्राप्त किया जा चुका है।
पंचामृत के दृष्टिकोण को लागू करते हुए अयोध्या में राम लला की प्राण
प्रतिष्ठा के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा सूर्योदय योजना की शुरुआत की गई। जिसके
अंतर्गत प्रति माह 300 यूनिट नि:शुल्क बिजली प्राप्ति के लक्ष्य हेतु 1 करोड़ घरों को छत आधारित
सोलर पैनल प्रदान किए जाएंगे। इससे प्रति वर्ष प्रत्येक घर को 12 से 18 हजार की बचत होगी।