नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से गाजियाबाद तक के लिए नमो
भारत व मेट्रो को जोड़ने के लिए 25 स्टेशन बनेंगे।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम(एनसीआरटीसी) द्वारा इसके लिए रूट का निर्धारण कर लिया गया है। अब तीन अप्रैल तक परियोजनाकी डीपीआर जमा की जाएगी। एयरपोर्ट से गाजियाबाद तक 72.2 किलोमीटर तक एलिवेटेड ट्रैक बनाया
जाएगा। एक ही ट्रैक पर मेट्रो और नमो भारत दोनों दौड़ेगी।
प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए
गाजियाबाद के सिद्धार्थनगर से वाया ग्रेनो वेस्ट, परी चौक व जेवर एयरपोर्ट तक नमो भारत (रैपिड रेल)
रूट का डीपीआर तैयार किया जा रहा है।
अहम यह भी रहेगा कि एयरपोर्ट तक दिल्ली एनसीआर के
शहरों से रोड, मेट्रो, नमो भारत की सीधी कनेक्टिविटी हो। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट
(आईजीआई) की जेवर एयरपोर्ट से सीधी कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी जाएगी। गाजियाबाद से ग्रेटर
नोएडा वेस्ट, परी चौक और यीडा सिटी से जेवर एयरपोर्ट तक रैपिड रेल का रूट अब फाइनल कर लिया
गया है।
फिलहाल इस रूट पर 25 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिन्हें भविष्य में 38 स्टेशन तक बढ़ाया जा
सकेगा। भविष्य में इस रूट पर अच्छी खासी संख्या में यात्री मिलेंगे।
आईजीआई से जेवर एयरपोर्ट 45 मिनट में पहुंच सकेंगे
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से जेवर एयरपोर्ट के लिए भी नमो भारत चलाई जाएगी।
ताकि एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को बीच में गाड़ी बदलने के लिए परेशान न होना पड़े। सीधी
कनेक्टिविटी होने से आईजीआई से नोएडा एयरपोर्ट तक 45 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। नमो भारत का
मुख्य जंक्शन सराय काले खां है।
सराय काले खां सिद्धार्थ विहार से जुड़ा है। यहां से ही सीधी
कनेक्टिविटी जेवर एयरपोर्ट के लिए भी मिलेगी। इसके लिए ट्रैक पर अलग से लूप बनेंगे, ताकि नमो
भारत का बिना रुके एयरपोर्ट तक संचालन हो सके। एलिवेटेड ट्रैक पर कितने लूप बनेंगे इसको लेकर
अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
मेट्रो में तीन, नमो भारत में आठ बोगी होगी
खास बात यह भी है कि मेट्रो में तीन व नमो भारत ट्रेन में आठ बोगी होगी। मेट्रो की रफ्तार सामान्य
70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी, जबकि नमो भारत 140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी।
नमो भारत में अधिक बोगी होने के चलते ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकेंगे।
ग्रेनो वेस्ट के लोगों को मिलेगा फायदा
परियोजना के मूर्तरूप लेने पर न सिर्फ नोएडा एयरपोर्ट बल्कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट व ग्रेटर नोएडा के
निवासियों को काफी लाभ होगा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लिए यह परियोजना तो लाइफ लाइन साबित
होगी। दरअसल अभी ग्रेनो वेस्ट व ग्रेटर नोएडा से गाजियाबाद पहुंचना आसान नहीं है। लोगों को ग्रेनो
वेस्ट में प्रतिदिन जाम से जूझना पड़ता है। जिनके पास निजी वाहन नहीं है उन्हें इधर उधर भटकना
पड़ता है।
सार्वजनिक परिवहन के नाम पर अभी ग्रेनो में कोई सुविधा लोगों को नहीं मिल रही है।
2031 तक लक्ष्य पूरा होगा
फिजिबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद आरआरटीसी से वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए जेवर
एयरपोर्ट तक चलने वाली नमो भारत का निर्माण कार्य पूरा होने का लक्ष्य 2031 रखा गया है। प्रथम
चरण का काम गाजियाबाद से कासना तक किया जाएगा। द्वितीय चरण में कासना से एयरपोर्ट तक के
निर्माण एलिवेटेड ट्रेक का निर्माण होगा। इस रूट पर 2031 में मेट्रो की सवारी ( राईडरशिप) 2.95 लाख,
2041 तक 5.23 लाख, 2051 तक 6.32 लाख और 2055 तक 6.71 लाख तक होने की संभावना है।
मेट्रो व नमो भारत के लिए प्रस्तावित स्टेशन:
मेट्रो स्टेशन:
– सिद्धार्थ विहार
– ग्रेनो सेक्टर-16सी
– इकोटेक 12
– ग्रेनो सेक्टर-3
– ग्रेनो सेक्टर-10
– नॉलेज पार्क 4
– पुलिस लाइन सूरजपुर
– मलकपुर
– इकोटेक-2
– नॉलेज पार्क-3
– ओमेगा-2
– गामा-1
– पाई-3
– इकोटेक आईई
नमो भारत स्टेशन:
– गाजियाबाद साउथ
– चार मूर्ति ग्रेनो वेस्ट
– ग्रेनो सेक्टर-2
– ग्रेनो सेक्टर-12
– सुपरपुर आरआरटीएस स्टेशन
– परी चौक
– इकोटेक-6
– दनकौर
– यीडा नॉर्थ सेक्टर-18
– यीडा सेंट्रल सेक्टर-21, 35
– नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (जीटीसी)