नोएडा। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (एएनएम) को टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार-शुक्रवार को आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में टीकाकरण की माइक्रो प्लानिंग, टीकाकरण सत्र, वैक्सीन के रखरखाव, व बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एसएमओ डा. तनवीर अहमद ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन (एईएफआई), टीकाकरण के माइक्रो प्लान के बारे में बताया। उन्होंने बताया हेड काउंट सर्वे के आधार पर बच्चे और गर्भवती की संख्या की गणना कर सत्र निर्धारित करते हुए बुधवार और शनिवार को टीकाकरण करें।
डा. तनवीर ने यह भी बताया कि किस तरह टीकाकरण का विरोध करने वालों को टीका लगवाने के लिए तैयार किया जाता है। उन्होंने बताया ऐसे लोगों को प्रेरित करने के लिए क्षेत्र के प्रभावशाली व्यक्तियों, धर्मगुरुओं, चिकित्सकों आदि की मदद लें, साथ ही यह बताएं कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है। निजी चिकित्सालयों की अपेक्षा सरकार द्वारा उपलब्ध टीकों का रखरखाव ज्यादा बेहतर होता है। यह तमाम बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है।
इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बादलपुर के बाल रोग विशेषज्ञ डा. रनवीर सिंह ने बताया कि बच्चे को कौन सी बीमारी से बचाव और किस उम्र में कौन सा टीका लगाया जाता है। उन्होंने वैक्सीन की गुणवत्ता बरकरार रखने के बारे में भी बताया। इसके अलावा उन्होंने हेल्थ इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम (एचआईएमएस) पोर्टल पर समय से रिपोर्टिंग करने पर जोर दिया।
जिला वैक्सीन भंडार प्रबंधक अखिलेश कुमार ने वैक्सीन भंडारण, देखभाल, उपलब्धता, तापमान, रखरखाव आदि के विषय में बताया। उन्होंने बताया वैक्सीन का प्रबंधन इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (इविन) के जरिये किया जाता है। किस स्वास्थ्य केन्द्र पर कितनी वैक्सीन उपलब्ध है,
कितने की जरूरत है, कितने तापमान पर है, यह सब भी इविन के जरिये होता है। उन्होंने बताया वैक्सीन के रखरखाव में तापमान का बहुत महत्व है। वैक्सीन को आइसलैंड रेफ्रिजरेटर (आईएलआर) में रखा जाता है ताकि निर्धारित तापमान बनाए रखा जाए। फ्रिज का तापमान दो से आठ डिग्री सेल्सियस तक रखा जाता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न पोर्टल के आधार पर एएनएम द्वारा अब तक किये गये टीकाकरण की समीक्षा की गई।