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चिल्ला एलिवेटेड रोड का काम शुरू होने से पहले एक बार फिर से अटक गया है।

चिल्ला एलिवेटेड रोड का काम शुरू होने से पहले एक बार फिर से
अटक गया है। सेतु निगम ने पूर्व में हुई बढ़ोतरी के अलावा 153 करोड़ रुपये का बजट बढ़ाने की मांग
नोएडा प्राधिकरण से की है। प्राधिकरण ने फिलहाल बजट बढ़ाने से इनकार करते हुए इस संबंध में शासन
से मार्गदर्शन मांगा है।

खास बात यह है कि इसी साल जून में यूपी कैबिनेट ने इस प्रोजेक्ट के लिए करीब 787 करोड़ रुपये के
बजट को मंजूरी दी थी। दिल्ली के चिल्ला रेगुलेटर-मयूर विहार फ्लाईओवर से नोएडा के महामाया
फ्लाईओवर तक 5.96 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड बनना प्रस्तावित है। इसके लिए शासन ने 100
करोड़ रुपये भी नोएडा प्राधिकरण को भेज दिए हैं। इसके बाद टेंडर जारी करने के लिए नोएडा प्राधिकरण
ने सेतु निगम को फाइल भेज दी थी।

इससे पहले ही सेतु निगम ने अतिरिक्त बजट की मांग शुरू कर दी। सेतु निगम के अधिकारियो का
कहना है कि 787 करोड़ रुपये में एलिवेटेड रोड नहीं बन पाएगा। मौजूदा दरों पर निर्माण में 940 करोड़
रुपये लागत आएगी। अब प्राधिकरण ने इस मामले में शासन को पत्र भेजकर सुझाव मांगा है।
यह परियोजना पहले भी लागत वृद्धि की फेर में ही फंस चुकी है। इसके साथ ही शासन से आधा बजट
न मिलना भी ब्रेकर था। प्राधिकरण ने पहले 50-50 प्रतिशत बजट पीडब्ल्यूडी के साथ हुए करार के

मुताबिक जून-2020 में 650 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू करवा दिया था। लेकिन फिर
पीडब्ल्यूडी से बजट ही नहीं जारी हुआ। तय शर्तों के अनुसार यह एलिवेटेड रोड दिसंबर 2021 तक
बनकर तैयार होना था, लेकिन नवंबर 2021 से काम बंद है।

लागत बढ़ाने का आधार
सेतु निगम का कहना कि एलिवेटेड रोड का एस्टीमेट वर्ष-2019-20 में बना था। इसमें उस समय की
निर्माण लागत को शामिल किया गया था। इसके बाद, जो लागत बढ़ी थी, वो डिजाइन में बदलाव के
कारण बढ़ी थी। तब से अब तक निर्माण सामग्री की दरें भी बढ़ चुकी हैं। मौजूदा दरों पर आकलन करने
पर प्रोजेक्ट 940 करोड़ पहुंच जाएगा। इस तरह से 153 करोड़ रुपये लागत और बढ़ेगी।
व्यस्त समय में एक घंटे जाम से जूझ रहे लोग
चिल्ला एलिवेटेड रोड नहीं बनने का खामियाजा वाहन चालकों को रोजाना जाम में फंसकर भुगतना पड़
रहा है। रोजाना सुबह-शाम वाहन चालक महामाया फ्लाईओवर से चिल्ला बॉर्डर के बीच जाम में फंस रहे
हैं। व्यस्त समय में करीब साढ़े पांच किलोमीटर के इस हिस्से को पार करने में लोगों को एक घंटा तक
लग जाता है। दिन में इसी रास्ते को पार करने में सात-आठ से लेकर दस मिनट तक का समय लगता
है। यहां जाम लगने की मुख्य वजह सड़क की चौड़ाई कम होना
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