नोएडा प्राधिकरण में एक आरटीआई लगाई गयी।इसके जवाब में प्राधिकरण ने एक रोचक जवाब दिया।जिसमें नोएडा प्राधिकरण से श्री तोमर ने पूछा था कि पिछले पांच वर्षों में नॉएडा प्राधिकरण ने पुलिस या ट्रैफिक पुलिस को कोई गाडी प्रदान की हैं।
इसके जवाब में प्राधिकरण ने कहा कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा गत पांच वर्षों में रुपए 52426311 की लागत से 55 बोलेरो गाडी नॉएडा पुलिस को दिनांक 25 /6 /2023 को हस्तगत की गई।काफी दिन तक पार्किंग में खड़ी होने के कारण मीडिया में चली थी खबरयह वही पचपन गाड़ियां हैं जिन्हे नॉएडा हाट की पार्किंग में काफी दिनों तक पार्किंग में खड़े रखा गया था और मीडिया में इसकी खबर जंगल में आग की तरह फैली थी।इसके बाद ही इन्हे नोएडा पुलिस को उचित समयानुसार हस्तगत किया गया।
यह रिश्ता क्या कहलाता है ? क्या नोएडा के अधिकारीयों को मिलता होगा फ़ायदा ?
इस जानकारी से कुछ सवाल ज़रूर खड़े हुए हैं। नॉएडा पुलिस अब कमिश्नरेट बन चुकी है। ऐसे में प्रशाशन को सीधा नोएडा पुलिस को गाड़ियां मुहैय्या करवानी चाहियें।नॉएडा प्राधिकरण और नोएडा पुलिस के अधिकारीयों के बीच किसी प्रकार का लेन देन चाहे वह सरकारी स्तर पर ही हो इन दोनों विभागों के अफसरों को एक दूसरे की ‘गुड बुक्स ‘ में होने के लिए प्रेरित करता नज़र आता है। हालाँकि पहले भी प्राधिकरण पुलिस को गाड़ियां आदि प्रदान करता आया है किन्तु उस समय कमिश्नरेट का गठन नहीं हुआ था।
नोएडा ट्रैफिक पुलिस को एक भी गाडी नहीं
आरटीआई के जवाब में प्राधिकरण यह भी कहता है कि नोएडा ट्रैफिक पुलिस को एक भी गाडी हस्तगत नहीं की गई है , ऐसे में नॉएडा की बढ़ती ट्रैफिक समस्याओं हेतु इसका प्रावधान भी प्राधिकरण को करना चाहिए था।