नोएडा। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के अंतर्गत चलाये गये विशेष पंजीकरण अभियान की समय सीमा बढ़ा दी गयी है। अब यह अभियान आठ दिसम्बर तक चलाया जाएगा। पहले यह अभियान केवल दो दिन (29 नवम्बर और 1 दिसम्बर) के लिए चलाया गया था। इस बीच दो दिवसीय अभियान की भारत सरकार की टीम ने मॉनिटरिंग की। इस दौरान टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) बिसरख में आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम को कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया और तकनीकी जानकारी दी।
मॉनिटरिंग टीम में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के सचिव डा. प्रीतम सिंह, बेनजीर नवाज सहित एक अन्य अधिकारी शामिल रहे। इस दौरान योजना के नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ललित कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मंजीत कुमार, सीएचसी बिसरख के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. सचिन्द्र मिश्रा भी मौजूद रहे। दो दिवसीय अभियान में जनपद में 251 पंजीकरण हुए।
योजना के नोडल अधिकारी डा. ललित कुमार ने बताया- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) केन्द्र सरकार एवं उप्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके अन्तर्गत गर्भवती एवं धात्री माताओं को प्रथम सन्तान एवं द्वितीय सन्तान (लड़की) होने पर लाभ दिये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया- सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण/ अधिशासी निदेशक सिफ्सा डा. पिंकी जोवल के निर्देश पर अभियान की समय सीमा बढ़ाई गई है।
डा. ललित ने बताया- इस संबंध में डा. पिंकी जोवल की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि प्रथम बार गर्भवती एवं धात्री महिलाएं एवं द्वितीय बार बालिका को जन्म देने वाली महिलाओं का अंकन “मंत्रा” एवं “ई कवच’ एप में किया जाता है,
अतः इन लाभार्थियों की सूची ब्लॉक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचासी) से निकालकर सम्बन्धित पात्र लाभार्थियों का पंजीकरण पीएमएमवीवाई पोर्टल पर किया जाय। इस कार्य के लिए ब्लॉक में तैनात ऑपरेटर एवं ब्लाक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर के द्वारा समस्त आशा कार्यकर्ताओं का संवेदीकरण किया जाए एवं आशा कार्यकर्ताओं द्वारा लाभार्थियों के पंजीकरण में सहयोग प्रदान किया जाए। हेल्थ वेलनेस सेन्टर पर आयोजित आयुष्मान मेले में भी अधिकतम लाभार्थियों को पंजीकृत किया जाए।
डा. ललित ने बताया- ब्लाक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) को, ब्लॉक में कार्यरत प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को 10 लाभार्थी पंजीकरण कराने का उत्तरदायित्व सौंपा गया है। लाभार्थी पंजीकरण में मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक दिवस समीक्षा करेंगे और लक्ष्य प्राप्ति में उत्पन्न व्यवधान को दूर कराएंगे। इस गतिविधि में डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे।
जिला कार्यक्रम सहायक अदिति करण ने बताया- अभियान के शुरुआती दो दिनों में कुल 251 पंजीकरण किये गये, जिसमें पहले बार गर्भवती हुईं 227 महिलाओं और द्वितीय संतान बालिका पैदा होने पर 24 महिलाओं ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने बताया- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में लाभार्थी को पहली बार गर्भवती होने पर दो किस्तों में पांच हजार रुपये दिये जाते हैं। प्रथम किस्त (तीन हजार रुपये) प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर और दूसरी किस्त (दो हजार रुपये) बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने, बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर मिलेगी। बच्चे का जन्म होने के 270 दिन तक योजना का लाभ लिया जा सकेगा।
उन्होंने बताया- दूसरा बच्चा लड़की होने पर छह हजार एक मुश्त रुपये दिये जाते हैं। इसका पंजीकरण प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर किया जाएगा। यह राशि बालिकाओं के प्रति सकारात्मक व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए है। योजना के तहत मिलने वाली धनराशि लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। उन्होंने बताया- योजना के पोर्टल http://pmmvy.wcd.gov.in/ पर लाभार्थी सीधे पंजीकरण कर सकते हैं।