नोएडा। लोकसभा के विशेष सत्र के चौथे दिन दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी ने चंद्रयान की सफलता पर बोलते हुए अपने विषय से भटक गए और बसपा सांसद दानिश अली को 1 मिनट में 11 गालियां दे डाली। लोकतंत्र के मंदिर में हुई इस तरह की अमर्यादित घटना को लेकर सेक्टर 22 आरडब्ल्यूए संरक्षक, ब्राह्मण रक्षा दल के मुख्य संरक्षक और समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव पंडित रवि शर्मा ने इसकी घोर निंदा की है।
पंडित रवि शर्मा का कहना है कि रमेश बिधूड़ी ने लोकतंत्र की मर्यादा को धूमिल किया है यह संसद का अपमान है, संसद से इनका बहिष्कार होना चाहिए। कम से कम अपने पद और उस जनता का सम्मान करना चाहिए जिन्होंने आपको जनप्रतिनिधि बनाकर भेजा है। सड़क छाप मवालियों की हरकतें लोकतंत्र के मंदिर में शोभा नहीं देती। यह सदन की मर्यादा का अपमान है, किसी भी संसद को मर्यादा में रहकर ही बयान बाजी करनी चाहिए। अभी कुछ दिन पहले ही महिला आरक्षण बिल पास हुआ है लेकिन इन्होंने महिला सांसदों का भी ध्यान नहीं रखा और सदन की मर्यादा को तोड़ने का काम किया।
लोकसभा Speaker से मांग है कि उनकी सदस्यता रद्द की जाए ताकि इस तरह की सड़क छाप मवालियों वाली हरकतें कोई और सांसद में ना करे।
संविधान के आर्टिकल 105 (2) के तहत भारत में संसद में कही गई किसी भी बात के लिए कोई सांसद किसी कोर्ट के प्रति उत्तरदायी नहीं होता। यानी सदन में कही गई किसी भी बात को कोर्ट में चैलेंज नहीं किया जा सकता, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सांसदों को संसद में कुछ भी बोलने की छूट मिली हुई है।
प्रोसिजर एंड कंडक्ट ऑफ बिजनेस के रूल 380 के तहत संसद में कोई सांसद असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करता है, तो उस पर Speaker को ही एक्शन लेने का अधिकार है। Speaker महोदय और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से निवेदन है कि वह इस तरह के घटिया मानसिकता वाले सांसद को सदन से बाहर का रास्ता दिखाएं ताकि हम आने वाली पीढ़ियों को कुछ अच्छी सीख दे सकें।