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UP RERA में नवीन रियल एस्टेट परियोजनाओं का तेजी से हो रहा पंजीयन

UP में अब तक 3467 परियोजनाएँ हुईं पंजीकृत

 

UP. भू-सम्पदा विनियामक प्राधिकरण में अब तक कुल 3467 परियोजनाएँ पंजीकृत हो चुकी हैं। उ.प्र. रेरा प्रदेश के रियल एस्टेट क्षेत्र को सशक्त करने और उसे विकास की दौड़ में सबसे आगे ले जाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। एन सी आर क्षेत्र में कुल 1598 और नॉन एनसीआर क्षेत्र में कुल 1869 परियोजनाएँ पंजीकृत हुईं हैं।प्रदेश में पंजीकृत कुल 3467 परियोजनाओं में से 1411 परियोजनाएँ ऐसी हैं जो नवीन हैं और 2056 का कार्य प्रगति पर है।

 

NON NCR  क्षेत्र में पंजीकृत कुल परियोजनाओं की संख्या 1869

NON NCR क्षेत्र में पंजीकृत कुल 1869 परियोजनाओं में से 882 नवीन पंजीकृत परियोजनाएँ हैं और 987 परियोजनाएँ ऐसी हैं जिनका कार्य प्रगति पर है।

NCR क्षेत्र में पंजीकृत कुल परियोजनाओं की संख्या 1598

एनसीआर क्षेत्र में पंजीकृत कुल 1598 परियोजनाओं में 529 नवीन परियोजनाएँ हैं और 1069 का कार्य प्रगति पर है।रियल एस्टेट क्षेत्र में प्रगति शील प्रमुख जनपद गौतम बुद्ध नगर में कुल 962 परियोजनाएँ पंजीकृत हो चुकी हैं जिनमें से 671 का कार्य प्रगति पर है और 291 नवीन पंजीकृत पंजीकृत परियोजनाएँ हैं। गाजियाबाद में कुल 428 परियोजनाएँ पंजीकृत हो चुकी हैं जिनमें से 268 का कार्य प्रगति पर है और 160 नवीन पंजीकृत परियोजनाएँ हैं।

राजधानी लखनऊ में कुल 719 परियोजनाएँ पंजीकृत हो चुकी हैं जिनमें से 320 नवीन परियोजनाएँ पंजीकृत हुई हैं और 399 का कार्य प्रगति पर है।

UP RERA  द्वारा प्रदेश में रियल एस्टेट क्षेत्र की परियोजनाओं का पंजीयन लगातार किया जा रहा है। उ. प्र. रेरा इस उद्देश्य के साथ निरंतर प्रयासरत है कि प्रदेश में रियल एस्टेट क्षेत्र निरंतर विकास करे और साथ ही नियमन की दिशा में और भी सशक्त बनें ।

UP RERA अध्यक्ष श्री संजय भूसरेड्डी ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक विशाल आबादी वाला प्रदेश है। प्रदेश को रियल एस्टेट क्षेत्र में एक संतुलित विकास और नियमन दोनों की आवश्यकता है। विकसित रियल एस्टेट क्षेत्र और सुरक्षित होम बायर्स का संतुलन चक्र परियोजनाओं के पंजीयन से ही आरंभ होता है। प्रदेश भर में कार्यरत सभी रियल एस्टेट उद्यमियों को अपनी परियोजनाओं का पंजीयन रेरा में अवश्य कराना चाहिए और प्राधिकरण के नियमों का अनुपालन कर होम बायर्स के हितों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

परियोजनाओं का पंजीयन कराकर प्रोमोटर न सिर्फ होम बायर्स के हितों की रक्षा करते हैं बल्कि प्रोमोटर्स स्वयं को भी नियमन के दायरे में रखकर एक सशक्त और प्रगतिशील रियल एस्टेट सेक्टर के निर्माण में अपना योगदान करते हैं।

REAL ESTATE SECTOR

श्री रेड्डी ने यह आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में और अधिक परियोजनाओं का पंजीयन संभव हो सकेगा और प्रदेश का रियल एस्टेट सेक्टर पहले से और अधिक सुदृढ़ और नियमित बन सकेगा। लगभग साढ़े तीन हजार परियोजनाओं का पंजीयन सफलता पूर्वक होना इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश का रियल एस्टेट सेक्टर अब प्रगति के मार्ग पर अग्रसर हो चुका है।

(प्रमोद कुमार उपाध्याय)
सचिव

 

 

 

 

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