नोएडा: शहर में नोएडा प्राधिकरण द्वारा सबसे पहले अधिग्रहित किये गए और नोएडा शहर के सबसे पहले विकसित सेक्टरों से सटे हुए गाँव छलेरा , जो सेक्टर 18 से एक किलोमीटर के दायरे में और सेक्टर 37 , बोटैनिकल गार्डन से 4 मीटर की दूरी पर है में ज़्यादातर गलियों में sewer और पानी नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों ने नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज नोएडा विलेज रेसिडेंट्स एसोसिएशन (नोवरा ) के बैनर तले एक ज़ोरदार प्रदर्शन नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किया गया।
इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों को नरक बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण को ‘धन्यवाद ‘ के पोस्टर ग्रामीणों ने दिखाये,साथ ही छलेरा में sewer की समस्या को ठीक करने व नए सीवर डालने की मांग की। नोवरा के अध्यक्ष रंजन तोमर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ नोएडा का भेदभावपूर्ण रवैया आज का नहीं हमेशा से चला आ रहा है।
नए सीईओ लोकेश एम के आने से कुछ उम्मीद बंधी थी , लेकिन कुछ ख़ास बदलाव होता नज़र नहीं आ रहा। ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं , गाँव के मूल निवासी एवं भारतीय एयर फाॅर्स के अधिकारी रहे सरजीत सिंह राणा ने कहा कि गाँव की स्थिति नरक जैसी होती जा रही है , गली नंबर 3 में उबलते सीवरों की शिकायत दर्जनों बार अधिकारीयों को कर चुके है।
लेकिन एक दो दिन के लिए sewer को दुरुस्त कर दिया जाता है और फोटो खींचकर समस्या का समाधान दिखा दिया जाता है , प्राधिकरण को इस नीति को बदलना पड़ेगा। इस प्रदर्शन के दौरान नोएडा प्राधिकरण मुर्दाबाद के नारे लगाने वाली महिलाओं में शामिल श्रीमती राजरानी देवी ने कहा कि गाँव में रोज़ sewer उबलते हैं , पूरी गलियां गंदगी से भरी रहती है , बच्चे बीमार रहते हैं , समस्याओं का अम्बार है। सुविधाओं के नाम पर प्राधिकरण से कुछ नहीं मिल रहा है।संस्था के महासचिव पुनीत राणा ने कहा कि गाँव से लोग पलायन को मजबूर हो गए हैं ,
गाँव के मूल निवासी ही नहीं किरायेदार भी गाँव छोड़ कर जाने लगे हैं। इस दौरान नितीश चौहान ,विनीत चौहान , रत्नेश समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
Visit Our Social Media Pages:-
YouTube:@noidasamachar
facebook:@noidasamachar
Twitter:@noidasamachar