Noida सरस आजीविका मेला-2025 का आयोजन सेक्टर-33ए स्थित नोएडा हाट में किया जा रहा है।
बुधवार को सरस मेले के 13वें दिन भी लोगों ने यहां जमकर खरीदारी की। 21 फरवरी से 10 मार्च 2025 तक के आयोजन में देशभर के 31 राज्यों से महिला उद्यमी अपनी हस्तकला का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। उक्त मेले में जहां एक ओर हैंडीक्राफ्ट एवं हैंडलूम के उत्पाद धूम मचा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश के पहाड़ी राज्यों के उत्पाद भी लोगों को खासे भा रहे हैं। मंगलवार को सरस मेले के 12वें दिन भी लोगों की खासी भीड़ रही तथा जमकर खरीदारी भी की। सरस मेले में सभी राज्यों के हस्तनिर्मित उत्पादों की दिनोंदिन बंपर सेल हो रही है।
वहीं लखपति दीदी की संज्ञा मिलने से भी सभी राज्यों की उद्यमी महिलाएं खासी प्रेरित हो रही हैं। उक्त संबंध में हिमाचल प्रदेश के कुल्लू से बुनगन दुर्गा माता एसएचजी की इन्दिरा ने बताया कि उन्होंने अपने समूह का गठन आज से चार वर्ष पूर्व वर्ष-2022 में किया था।
केंद्र सरकार से समूह को चलाने में निरंतर सहयोग मिलता रहा, जिसके परिणामस्वरूप आज उनके समूह से करीब 40 महिलाएं जुड़ी हैं, जिन्हें रोजगार मिल रहा है। इनके उत्पादों में हैंडीक्राफ्ट एवं हैंडलूम के उत्पाद महिलाओं को खासे भा रहे हैं। हमारे उत्पादों में मुख्य रूप से हैंडीक्राफ्ट एवं हैंडलूम के उत्पाद शामिल हैं, जिनमें कुल्लू शॉल प्रमुख है।
वहीं जम्मू-कश्मीर से आफताब एसएचजी की संचालिका नुजहत हुसैन ने भी केंद्र सरकार के प्रयासों को सराहते हुए कहा कि सरकार हमें आत्मनिर्भर बना रही है, इसके लिए किन शब्दों में सरकार का शुक्रगुजार करें। इनकें उत्पादों में इम्ब्रोइडरी ड्रैस तथा पश्मिना शॉल शामिल हैं। सरस आजीविका मेला वास्तव में स्वाद, हस्तकला और संस्कृति का महासेगम बना है। जहां पूरे भारत की संस्कृति की झलक देखने को मिल रही है।
मेले में उत्तराखंड की जय मां काली एसएचजी के बैग एवं पर्स के साथ ही हिमाचल एवं झारखंड के अचार की लोगों ने जमकर खरीदारी की।
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के आफताब एसएचजी के सूट, कश्मीरी शॉल तथा साड़ी महिलाओं की पहली पसंद बने। वहीं हिमाचल प्रदेश के जेकेट्स तथा साड़ी-सूट की भी जमकर खरीदारी हुई। सेक्टर-33ए स्थित नोएडा हाट में आयोजित सरस आजीविका मेला-2025 में दिनोंदिन खरीदारों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है।
मंगलवार को जहां एक ओर मेले के 12वें दिन लोगों ने खसकर महिलाओं एवं युवतियों ने मेले में जमकर खरीदारी की। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) के समर्थन से आयोजित इस मेले में ग्रामीण भारत की शिल्प कलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन किया जा रहा है।
मेले में मंगलवार को जमकर खरीदारी हुई। इंडिया फूडकोर्ट में भी लोगों की खासी चहल-पहल रही। फूडकोर्ट के सब कॉर्डिनेटर विष्णु जीके ने बताया कि इंडिया फूडकोट में देश के सभी राज्यों के स्वादिष्ट एवं प्रचलित व्यंजन उपलब्ध हैं, जिनका लोगों को भरपूर जायका मिल रहा है। एक छत के नीचे पूरे देश के व्यंजनों का स्वाद ही इंडिया फूडकोट की पहचान है। मंगलवार को सरस मेले के 13वें दिन यहां न सिर्फ खासी भीड़ रही, बल्कि लोगों ने जमकर खरीदारी भी की। मनोरंजन के क्षेत्र में भी सरस मेला खासी ख्याति अर्जित कर रहा है।
13वें दिन बुधवार को यहां मानसी अग्रवाल के कलाकारों ने स्टोरी टेलिंग की मनमोहक प्रस्तुति दी।यहां राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) के सहायक निदेशक चिरंजीलाल कटारिया, शोध अधिकारी सुधीर कुमार सिंह तथा सुरेश पंसाद के सहित केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं एनआईआरडीपीआर के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी व्यवस्था में जुटे हैं।
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