आईएमएस-डिजाइन एंड इनोवेशन एकेडमी
Noida:आईएमएस-डिजाइन एंड इनोवेशन एकेडमी (डीआईए) में स्कूली विद्यार्थियों के लिए क्रिएटिव वर्कशॉप का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं ने बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट की थीम पर अपनी नवाचारपूर्ण सोच एवं रचनात्मक क्षमता का परिचय दिया।
कार्यशाला के दौरान छात्रों ने अपने घर के अपशिष्ट सामग्री को आकर्षक और उपयोगी उत्पाद बनाने का प्रोटोटाइप बनाना सीखा।आईएमएस-डीआईए के डीन प्रोफेसर (डॉ.) एम.के.वी. नायर ने बताया कि आज के कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को डिजाइन की मूलभूत और उन्नत अवधारणाओं से परिचित कराना है। आज सत्र के दौरान विद्यार्थियों को डिजाइन प्रक्रिया, सामग्री चयन, रंग संयोजन, और रचनात्मक प्रस्तुति के विभिन्न चरणों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने रोजमर्रा में प्रयोग होने वाले अपशिष्ट पदार्थों, का उपयोग कर आकर्षक और उपयोगी डिजाइन तैयार करने की प्रक्रिया जानी। छात्रों ने कटे-छंटे कपड़ों को पेपर, रंग, धागा और अन्य सरल सामग्रियों की मदद से स्वयं अपने डिजाइन का प्रोटोटाइप तैयार करना सीखा।
आज के कार्यशाला में छात्रों को रचनात्मकता का व्यावहारिक अनुभव के साथ-साथ सतत और पर्यावरण-अनुकूल डिजाइन की अवधारणा को समझने में भी सहायता मिली।कार्यशाला के दौरान आईएमएस-डीआईए के वाइस प्रेसिडेंट चिराग गुप्ता ने कहा कि अपशिष्ट सामग्री से उपयोगी और आकर्षक उत्पाद बनाना केवल रचनात्मकता का अभ्यास नहीं, बल्कि जिम्मेदार नागरिकता का महत्वपूर्ण कदम है। यह गतिविधि छात्रों को संसाधनों के सही उपयोग, पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास जैसे मूल्यों से जोड़ती है। उन्होंने कहा कि बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट जैसी पहल विद्यार्थियों को संसाधनों के सही उपयोग, पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में जागरूक बनाती है।
इस कार्यशाला में छात्रों द्वारा तैयार किए गए प्रोटोटाइप उनकी कल्पनाशक्ति, डिजाइन समझ और सीखने की गहरी रुचि को दर्शाते हैं। संस्थान का उद्देश्य छात्रों को ऐसा मंच प्रदान करना है जहां वे अपनी प्रतिभा को नए आयाम दे सकें और भविष्य के लिए आवश्यक रचनात्मक कौशल विकसित कर सकें।
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