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Interstate vehicle thieves गैंग का पर्दाफाश

Interstate vehicle thieves

Noida: Noida Policeको एक बड़ी उपलब्धि तब मिली जब पुलिस मुख्यालय एरिया 24 ने Interstate vehicle thieves गिरोह का भंडाफोड़ किया और पांच शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया।

बदमाशों की पहचान संत कबीर नगर निवासी अब्बास, मथुरा निवासी कप्तान, आरिफ एवं आसिफ निवासी मेरठ और राजस्थान निवासी अब्दुल के रुप में हुयी।बदमाशों के खिलाफ एनसीआर के विभिन्न थानों में 98 मुकदमे दर्ज हैं।इसके कब्जे से चोरी की 17 लक्जरी कारें तथा अन्य सामान बरामद हुआ।यह गिरोह ऑन डिमांड चोरी कर vehicles को देश के विभिन्न जगहों पर मनमाफिक रेट पर बेच देते हैं।

ये लोग महज पांच मिनट में कार चोरी कर ले जाते हैं।फिर vehicles से नंबर प्लेट हटाकर ग्रीन बेल्ट या पार्किंग में खड़ा कर देते थे।

पुलिस उपायुक्त जोन प्रथम रामबदन सिंह ने बताया कि एक सूचना के आधार पर थाना सेक्टर- 24 पुलिस और क्राइम रिस्पांस टीम ने एक संयुक्त कार्रवाई के तहत गुरुवार को सेक्टर-54 पुलिस चौकी कट के पास से अब्बास उर्फ इकराम, कप्तान उर्फ भूरा उर्फ भूट्टन पुत्र सुरेन्द्र सिंह, आरिफ उर्फ डोरामोन पुत्र याकूब, आसिफ उर्फ पाटू पुत्र याकूब तथा अब्दुल रज्जाक पुत्र अब्दुल रसीद को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इनके पास से पुलिस ने विभिन्न जगहों से चोरी की गई 17 लग्जरी कारें बरामद की है।

पूछताछ में इन बदमाशों ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में दर्जनों वाहन चोरी करनी स्वीकार की है। अभियुक्तग एक शातिर गिरोह का हिस्सा है। यह गिरोह दिल्ली, उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में सक्रिय है। इसके सदस्य अन्तर्राज्यीय स्तर के शातिर चोर है जो विभिन्न प्रांतों से चार पहिया वाहनों की चोरी करते है और चोरी करने के पश्चात देश के विभिन्न कोनों में जगह-जगह मनमाफिक रेट पर बेच देते है। उन्होंने बताया कि अभियुक्त के कब्जे से विभिन्न प्रकार के उपकरण बरामद हुए है।

जिसके संबंध में पूछताछ पर अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि इन उपकरण का प्रयोग वे चार पहिया वाहनों को चुराने के लिए करते है। इन उपकरण से वे चार पहिया वाहनों के लॉक को तोड़ने में तथा vehicle की डुपलीकेट चाबी बनाने में प्रयोग करते है। बदमाशों ने बताया कि वाहन चोरी करने के बाद चोरी किये गये vehicle की नंबर प्लेट आदि हटा देते है तथा गाडी को 2-3 दिनों के लिए किसी सुरक्षित स्थान पर पार्किंग अथवा सुनसान स्थान पर खड़ा कर देते हैं। उसके बाद चोरी की गयी गाड़ियों के फर्जी प्रपत्र व नंबर प्लेट आदि तैयार होने के बाद गाडी को को पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, चेन्नई व नार्थ-ईस्ट आदि प्रदेशों में बेच देते हैं।

Interstate vehicle thieves गैंग का पर्दाफाश
Interstate vehicle thieves गैंग का पर्दाफाश

कुछ महत्वपूर्ण ध्यान देने योग्य तथ्यः-

● सैकेन्ड हैन्ड(पुरानी) कारें खऱीदते समय बरती जाने वाली सावधानियाँ
● सैकेन्ड हैन्ड गाडिया हमेशा ऑथॉराइस्ड डीलर से ही हमेशा क्रय करनी चाहिए ।
● गाडी खऱीदने से पहले कम्पनी के ऑथॉराइस्ड डीलर से सर्वे कराकर चेक कराना चाहिए ।
● गाडी का टॉटल लॉस का रिकार्ड बीमा कम्पनी की मदद से प्रमाणित करा कर ही खीरदें ।
● गाडी के पीछले इतिहास के बारे में जानकारी, ऑथॉराइस्ड डीलर आरटीओ बीमा कम्पनी के माध्यम से चेक कराएं ।
● जिन गाडियों में जी0पी0एस0 कम्पनी से लगा होता है वह जरूर चौक करें की वह काम कर रहा है या नहीं यदि जीपीएस कार्य नहीं कर रहा है तो इसकी जांच अवश्य कराने के पश्चात ही गाडी को खरीदें ।
● किसी भी सैकेन्ड हैन्ड गाडी को खरीदते समय यह पुष्टि कर लें की उस गाडी की दो चाबियाँ है या नहीं ।

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