नोएडा। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित एवं राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान द्वारा समर्थित सरस आजीविका मेले में दसवें दिन लोगों, विशेषकर महिलाओं तथा युवतियों ने जमकर खरीददारी की। रविवार को छुट्टी के दिन मेले में सभी राज्यों के उत्पादों की जमकर खरीददारी हुई।
मेले में रविवार को विभिन्न राज्यों के आकर्षक उत्पादों, खासकर हैंडलूम तथा हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट्स की जमकर खरीददारी की गई। आंध्र प्रदेश के फूड प्रोडक्ट्स की लोगों ने जमकर खरीददारी की। आंध्रा के ही हैंडीक्राफ्ट उत्पाद जैसे वुड कार्विंग लोगों की खासी पसंद बने। असम के हैंडीक्राफ्ट उत्पादों की खासी धूम रही। असम से ही हैंडीक्राफ्ट के बम्बू प्रोडक्ट्स की महिलाओं ने जमकर खरीददारी की। उधर बिहार के सत्तू लोगों की पसंद बने। छत्तीसगढ़ के मसाले लोगों को खूब भा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के ही हैंडीक्राफ्ट बैल मेटल ने खासी धूम मचा रखी है। इसके साथ ही विभिन्न राज्यों के महिला समूहों के द्वारा निर्मित उत्पादों की भी लोगों ने जमकर खरीददारी की। हैंडीक्राफ्ट, ज्वैलरी और होम डेकोर के प्रोडक्ट्स के रूप में आंध्र प्रदेश की पर्ल ज्वैलरी, वूडन उत्पाद, आसाम का वाटर हायजिनिथ हैंड बैग और योगामैट, बिहार से लाहकी चूड़ी, मधुबनी पेंटिंग और सिक्की क्राफ्ट्स, छत्तीसगढ़ से बेलमेटल प्रोडक्ट्स, मडमिरर वर्क और डोरी वर्क गुजरात से, हरियाणा, का टेरा कोटा, झारखंड की ट्राइबल ज्वैलरी, कर्नाटक का चन्ननपटना खिलौना मेले में उपलब्ध हैं।
सरस आजीविका मेला 2024 में कुछ उत्कृष्ट प्रदर्शन जो हैंडलूम, साड़ी और ड्रेस मेटिरियल में विभिन्न राज्यों से हैं, जनमें टसर की साड़ियां, बाघ प्रिंट, गुजरात की पटोला साड़ियां, काथा की साड़ियां, राजस्थानी प्रिंट, चंदेरी साड़ियां।
हिमाचल उत्तराखंड के ऊनी उत्पाद व हैंडलूम के विभिन्न उत्पाद, झारखंड के पलाश उत्पाद व प्राकृतिक खाद्य सहित मेले में पूरे भारत की ग्रामीण संस्कृति के विविधता भरे उत्पाद उपलब्ध हैं। सरस मेले में दसवें दिन केरल के कलाकारों ने मंच पर अपने राज्य की सुप्रसिद्ध गरिमामयी प्रस्तुति से दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया।
इसके साथ ही अन्य सांस्कृतिक आयोजनों ने भी मंच की शोभा बढ़ाई। इसके साथ ही सरस फूड कोर्ट सरस आजीविका मेले में आकर्षण का केंद्र बना है। जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों के व्यंजन परोसे जा रहे हैं। इस बार महत्वपूर्ण इंडिया फूड कोर्ट में देश भर के 20 राज्यों की 80 गृहणियों के समूह ने अपने प्रदेश के प्रसिद्ध क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टाल लगाए हैं, जिनमें हर प्रदेश के क्षेत्रीय व्यंजनों के स्वाद का अनोखा आनंद प्राप्त किया जा सकता है। 04 मार्च तक आयोजित सरस मेले में दिनोंदिन खरीददारों की संख्या बढ़ रही है।
एनआईआरडीपीआर के सहायक निदेशक चिरंजीलाल कटारिया ने बताया कि केंद्र सरकार के सरस आजीविका मेले का आयोजन प्रतिवर्ष देशभर के सभी राज्यों में किया जाता है।
इसी कड़ी में नोएडा में यह चौथा आयोजन है। उन्होंने बताया कि 04 मार्च 2024 तक चलने वाले इस उत्सव में नोएडा के नोएडा हाट में मौजूद कऱीब 29 राज्यों के 400 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, जो परंपरा, हस्तकला एवं ग्रामीण संस्कृति तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, इसके साथ ही 85 से ज्यादा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। यही नहीं स्थानीय स्तर पर भी मेले में इस बार हैंडलूम तथा हैंडीक्राफ्ट के उत्पाद शामिल किए गए हैं, जो लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।