नोएडा। सैक्टर-33 ए स्थित नोएडा हाट में आयोजित सरस आजीविका मेला-2024 में पांचवें दिन मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भ्रमण किया।
मेले में विभिन्न राज्यों के स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों पर पहुंचकर राज्यपाल ने दीदियों की हस्तशिल्प कला को परखा और उनकी सराहना की। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने विभिन्न समूह की दीदियों दे के साथ वार्ता कर उनके कारोबार की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने इस आयोजन के लिए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) के प्रयासों की सराहना की। दीदियों को दिए सन्देश में राज्यपाल ने कहा केंद्र एवं राज्य सरकार का प्रयास है कि देश की सभी महिलाएं आत्मनिर्भर बनें। इसी कड़ी में सरस आजीविका मेलों का आयोजन देशभर के सभी राज्यों में किया जाता है।
आज चूंकि यह मेला उत्तर प्रदेश के नोएडा में आयोजित हो रहा है, तो इस अवसर पर मैं देशभर के सभी राज्यों से आयी अपनी सभी बहनों का यहाँ नोएडा हाट में स्वागत करती हूँ। उन्होंने सभी दीदियों में अपना स्वरोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर बनने का जोश भर दिया। मेले में दूरदराज से आयी सभी दीदियों ने सम्बोधन के बीच तालियों की गड़गड़ाहट के साथ राज्यपाल का स्वागत किया।
राज्यपाल ने कहा कि आज वह समय है कि हमारी कोई भी बहन और कोई भी बेटी खाली न बैठे। सभी के पास अपना खुद का रोजगार हो। इस अवसर वह समूह की 10 दीदियों से रूबरू हुईं। जिनमें 3 दीदी रुमीना अहाद, अमरजीत कौर और चंदू देवी फ़ूड कोर्ट से तथा भावना , रेनू तिरके ,गीता, प्रणिता , लिमा गोगोई ,आयेशा और नेहा सिंह शामिल रहीं।
इस अवसर पर यहाँ स्थानीय सांसद डॉ महेश शर्मा , एमएलसी श्रीचंद शर्मा, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा , जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा , पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह , नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम , एड़ीएम प्रशासन नितिन मदान तथा एनआईआरडीपीआर के सहायक निदेशक चिरंजी लाल कटारिया के सहित जनपद के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
मेले में पांचवें दिन भारी संख्या में खरीदारों की भीड़ उमड़ी। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा समर्थित इस सरस आजीविका मेला 2024 में ग्रामीण भारत की शिल्प कलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन किया जा रहा है। एनआईआरडीपीआर के सहायक निदेशक चिरंजीलाल कटारिया ने बताया कि 16 फरवरी से 04 मार्च 2024 तक चलने वाले इस उत्सव में नोएडा के नोएडा हाट में मौजूद क़रीब 29 राज्यों के 400 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, जो परंपरा, हस्तकला एवं ग्रामीण संस्कृति तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, इसके साथ ही 85 से ज्यादा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
स्थानीय स्तर पर भी मेले में इस बार हैंडलूम तथा हैंडीक्राफ्ट के उत्पाद शामिल किए गए है, जो लोगों को आकर्षित कर रहे हैं । बच्चों के खेलकूद व मनोरंजन के लिए भी यहाँ संसाधन मौजूद हैं । दर्शकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से तमाम व्यवस्थाएं की गयी हैं। इंडिया फूड कोर्ट सरस आजीविका मेले में आकर्षण का केंद्र बन रहा है
। जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों के व्यंजन परोसे जा रहे हैं । इस बार महत्त्वपूर्ण इंडिया फ़ूड कोर्ट में देश भर के 20 राज्यों की 80 गृहणियों के समूह ने अपने प्रदेश के प्रसिद्ध क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टाल लगाए हैं जिसमें हर प्रदेश के क्षेत्रीय व्यंजनों के स्वाद का अनोखा आनंद बड़ा रहा है ।
राजस्थानी कैर सागरी गट्टे की सब्ज़ी से लेकर बंगाल की फ़िश करी, तेलंगाना का चिकन, बिहार की लिट्टी चोखा, पंजाब का सरसों का साग व मक्के की रोटी, प्राकृतिक खाद्य उत्पाद, हरियाणा के बाजरे व ज्वार के लड्डू बिस्कुट, कर्नाटक व जम्मू कश्मीर के ड्राई फ्रूट सहित पूरे भारत के पकवान यहाँ मौजूद हैं ।
सरस आजीविका मेला-सरस आजीविका मेला-