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सरकार की गाइडलाइन बिना जाने ही कुछ लोग मदिरा को लेकर ट्विटर व सोशल मीडिया पर कर रहे ट्वीट

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव

गौतमबुद्धनगर: आबकारी आयुक्त के आदेशानुसार जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर व पुलिस आयुक्त के निर्देशन एवं जिला आबकारी अधिकारी गौतमबुद्ध नगर के नेतृत्व में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है| जिले में जगह-जगह वाहनों की चेकिंग चलाकर अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले शराब तस्करों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है, दूसरी तरफ आबकारी अधिनियमों का उल्लंघन करने वाले शराब की दुकानों के अनुज्ञापियो वह विक्रेताओं के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जा रही है,आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुये बताया कि कुछ लोग ट्विटर हैंडल व सोशल मीडिया पर शराब की दुकानों पर बिकने वाली शराब के प्रति सरकार के नियमों को बिना जाने ही दुष्प्रचार कर रहे हैं

अगर उन्हें किसी प्रकार की कोई शिकायत है तो विभाग को अवगत कराकर शिकायत करें,
शिकायत कर्ता की जानकारी को गोपनीय रखा जाएगा,शिकायत की जांच करायी जायेगी शिकायत सही पायी जायेगी तो आबकारी अधिनियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी,लगातार विभाग को मिलने वाली शिकायतों पर विभाग कार्रवाई कर रहा है,

सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने वालों के लिए जब जिलास्तरीय अधिकारी जब सरकार के नियमों को वता रहे है तो उन्हें मान लेनी चाहिए, अगर किसी व्यक्ति को अगर लगता है कि कोई शराब पर चिट लगाकर बेच रहा है और चिट हटाने पर पिछले वर्ष का कम रेट पड़ा हुआ है तो निश्चिंत रहें विभाग में जानकारी कर सकते है क्योंकि ऐसा इसलिए होता है,

उदाहरण के तौर पर जान ले कि शराब का माल मान लीजिये बचा रह गया है,पिछले वर्ष का अगर शराब का रेट 200 रुपये है और इस वर्ष नयी पॉलिसी में जब टैक्सेज आदि बढ़ते है तो उसका रेट बढ़जाता है जैसे कि 40 रुपये बढ़ गया, और फिर नई MRP आती हैं अब पुराना माल नष्ट नहीं क्या जाता बल्कि उसकी डीटी जमा करके जो डिफरेंस का पैसा सरकार जमा करा लेती है फिर सरकार शराब ठेकों के अनुज्ञा पियो और विक्रेताओं को पिछले वर्ष की बची हुई शराब को वर्तमान वर्ष के मूल्य रेट के स्टिकर लगाकर बेचने की अनुमति दे देती है कई बार ऐसा होता है कि पोर्टल पर स्कैन होने पर सही चीज नहीं आ पाती है

क्योंकि पोर्टल पर भी बड़े स्तर पर विभाग में डिजिटलीकरण का काम चल रहा है। बिना पूरी जानकारी के सोशल मीडिया पर भ्रमित करने वाली चीजें डाली जा रही है,अगर जिला स्तर का अधिकारी किसी बात की जिम्मेदारी लेते हुए आपको जानकारी दे रहा है कि इसका मूल्य रेट यही है, रोलओवर किया गया है, इस लिये इस पर स्टीकर लगाकर बेचा जा रहा है तो उनको मान लेना चाहिए ।

काफी हद तक ब्लैक में शराब की विक्री और ओवर रेट शराब की बिक्री में गिरावट आयी है

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