Fraud करने वाला भाजपा नेता गिरफ्तार
Noida. नोएडा पुलिस ने नैनीताल बैंक का सर्वर हैक कर 17 करोड़ रुपये निकालने की Fraud करने वाले एक शातिर को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी बीजेपी युवा मोर्चा का नगर अध्यक्ष है. आरोपी की पहचान दादरी निवासी हर्ष बंसल के रूप में हुई है। में घटित हुआ।
वही हर्ष बंसल का सीए भाई शुभम बंसल अभी फरार है।आरोप है कि दोनों भाइयों ने मिलकर फर्जी फर्म बनाई थी।
जिसके जरिये ठगी को अंजाम दिया गया।आपको बता दे कि हर्ष बंसल व उसके सीए भाई शुभम बंसल ने मिलकर फर्जी फर्म बनाई थी।उसके बाद नैनीताल बैंक का 17 करोड़ रुपये अपने खाते में ट्रांसफर किये थे। बैंक के मुख्य डाटा सर्वर को हैक कर लिया गया था।इनके बैंक खातों में 30 करोड़ का ट्रांजेक्शन भी हुआ।
नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को गाजियाबाद में एक सीए के ऑफिस पर छापा मारा।वहां से आरोपी तो भाग निकला, लेकिन इस Fraud में शामिल उसका भाई पकड़ा गया।पुलिस ने ऑफिस को सील कर दिया है।उसकी गिरफ्तारी के बाद पता चलेगा कि आखिर हैकर्स कौन थे।पुलिस के मुताबिक, नोएडा सेक्टर-62 के नैनीताल बैंक में आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) को हैक करके 16 करोड़ 95 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे।
इस पैसे को शेल कंपनियों के बैंक अकाउंट में डालकर मुनाफा दिखा वाइट किया जा रहा था।पुलिस काफी दिनों से इसकी जांच कर रही थी। जांच में पता चला कि गाजियाबाद की एक सीए फर्म इस Fraud में शामिल थी।मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी की पहचान दादरी निवासी हर्ष बंसल के रूप में हुई है। हर्ष ने पूछताछ में बताया कि शुभम बंसल उसका बड़ा भाई है और वह सीए है।उसका ऑफिस गाजियाबाद के लोहामंडी में है। हर्ष का एक दोस्त संजय है। तीनों को पैसों की जरुरत थी।
कई जगह लोन लेने का तीनों ने प्रयास किया, लेकिन लोन नहीं मिला। इसके बाद हर्ष और शुभम ने अन्य साथियों के संग योजना बनाई। प्लानिंग थी कि कुछ फर्जी फर्म खोलकर उनके करंट खाते खुलवाकर नैनीताल बैंक के सर्वर को हैक कराकर पैसा ट्रांसफर कराना है,
जिनको अन्य खातों में ट्रांसफर कराकर एटीएम के जरिए कैश निकालना था। इसमें सभी शामिल लोगों को उनका हिस्सा मिलेगा।
Visit Our Social Media Pagehiss:-
YouTube:@noidasamachar
Facebook:@noidasamachar
Twitter:@noidasamachar
Read this also:-Noida Police परएक बार फिर गंभीर आरोप बच्ची को तलाशने के लिए inspectorने मांगे 20 हजार रुपये की मांग