गौतम बुद्ध नगर RTO विभाग ने ओवरलोड के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया तो CM से होगी शिकायत
नोएडा क्षेत्र में क्षमता से अधिक बोझ वाले वाहनों से वसूली का आरोप लगाया गया । जिसका एक वीडियो वर्चुअल एंटरटेनमेंट के जरिए वेब सेंसेशन बनता जा रहा है। वीडियो में विभिन्न वाहन संघों के लोग क्षमता से अधिक बोझ वाले वाहनों को बंद करने का अनुरोध कर रहे हैं।
वीडियो में विभिन्न वाहन संघों के लोग क्षमता से अधिक बोझ वाले वाहनों को बंद करने का अनुरोध कर रहे हैं। वीडियो में एआरटीओ विभाग की पुलिस टीम के साथ उनकी नोकझोंक भी नजर आ रही है।
जिसके बाद क्षेत्रीय न्यायाधीश मनीष कुमार वर्मा ने पांच अधिकारियों का एक समूह बनाया और मामले की जांच करने और एक गंभीर कदम उठाने के लिए समन्वय किया।
आपको बता दें कि हरियाणा से बड़ी संख्या में ओवरलोड वाहन सड़क और अन्य रास्तों से नोएडा आते हैं। इन वाहनों पर चट्टान और वजन से अधिक बोझ होता है, जिसके कारण विभिन्न वाहन संघों ने ऐसे वाहनों पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है।
इस संबंध में एआरटीओ कार्यालय को भी जानकारी दे दी गई है। वाहन एसोसिएशन के लोगों का दावा है कि आरटीओ विभाग अपने मनमर्जी से इन ओवरलोड वाहनों को चलवा रहा है। इसी तर्ज पर ऐसे वाहनों को सुरक्षा दी जा रही है।
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अधिकारियों का कहना है कि भारी भरकम गाड़ियां लगातार हरियाणा के रास्ते नोएडा में आती हैं। हमने इस बारे में एआरटीओ से शिकायत की लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। जब हमने उन ओवरलोड वाहनों के चालकों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर में आरटीओ द्वारा एक वाहन के लिए 9000 रुपये दिए जाते हैं ।
क्षमता से अधिक बोझ वाले वाहनों को नहीं रोका जाता है। हमने मौके पर एआरटीओ कार्यालय के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की और क्षमता से अधिक बोझ वाले वाहनों को दिखाया लेकिन उनके द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया। इसके बावजूद हमने पूरी घटना का वीडियो बनाया है। समान टोकन द्वारा कोई गतिविधि नहीं की गई है। हमने इस बारे में क्षेत्रीय अधिकारी से भी कहा है कि अगर कोई कदम नहीं उठाया गया तो हम लखनऊ जाएंगे और प्रभारी मंत्री योगी आदित्यनाथ से ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करेंगे।
DM ने ओवरलोड वाहनों के खिलाफ जांच के लिए की टीम गठित
क्षेत्रीय न्यायाधीश मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि वाहन एसोसिएशन के कुछ लोगों ने क्षमता से अधिक सवारी ढोने वाले वाहनों को लेकर शिकायत की थी। इस स्थिति के लिए, एडीएम की पहल के तहत पांच व्यक्तियों का एक समूह तैयार किया गया है, यह समूह अधिक बोझ वाले वाहनों का पता लगाएगा और उनके खिलाफ सख्त कदम उठाएगा। स्थानांतरण शुरू किया जाएगा| इसके अतिरिक्त एआरटीओ विभाग के कुछ व्यक्तियों पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है।
इस पर भी शोध किया जा रहा है, अगर ये आरोप स्पष्ट पाए गए तो गंभीर कदम उठाए जाएंगे। पूरे इलाके में कहीं भी अधिक बोझ वाले वाहन गंभीर परिणाम के बिना नहीं चलेंगे। पुलिस विभाग और अन्य विभाग भी ऐसे वाहनों को देखकर कार्रवाई करेंगे। ऐसा करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
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