उत्तर प्रदेश के शो विंडो के नाम से मशहूर नोएडा में गुरुवार को सुबह से
देर शाम तक लोग जाम के झाम में फंसे रहे। शाम के समय एक साथ करीब ढाई लाख दफ्तरों से बाहर निकले और जाम में फंस गए।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा की हर सड़क पर जाम लगा है। लोग बस किसी भी
तरह घर पहुंचने की जद्दोजहद में लगे हैं। वहीं देर शाम करीब छह बजे किसान नेता ने पुलिस कमिश्नर
के साथ आठ बजे बैठक की बात कह कर रोड से हटना शुरू हो गए हैं। लेकिन इसके बाद भी सड़कों पर
जाम लग रहा है।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा, ग्रेनो वेस्ट से लेकर एनसीआर जाम
दरअसल, शाम के समय करीब ढाई लाख दफ्तर से एक साथ निकल कर घर की तरफ चल दिये हैं,
जिसकी वजह से सड़कों पर जाम लग गया है। नोएडा-एक्सप्रेसवे से फिल्म सिटी तक जाम ही जाम है।
यह मार्ग सीधा दिल्ली को जोड़ता है। इतना हीं नहीं इस जाम की वजह से नोएडा-ग्रेटर नोएडा, ग्रेनो वेस्ट
से लेकर पूरा एनसीआर जाम से जूझ रहा है।
देर रात तक सुचारू हो पाएगा जाम
गुरुवार को किसान आंदोलन के चलते स्कूल से बच्चे भी दो-दो घंटे की देरी से अपने घर पहुंचे। दूसरी
तरफ देर शाम लोगों के दफ्तर से निकलने से नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद और एनसीआर
के सभी प्रमुख सड़कों पर जाम लगा हुआ है। जाम को देखते हुए लग रहा है कि यह देर रात तक ही
सुचारू रूप से शुरू हो पाएगा।
आठ बजे वार्ता हुई विफल तो क्या होगा?
किसानों की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के साथ रात आठ बजे वार्ता है। अगर यह वार्ता विफल होती है
तो क्या होगा? बताया जा रहा है कि इस बार किसान लिखित रूप से अपनी हर मांग मनवाने के लिए
सड़क पर उतरे हैं। किसानों का कहना है कि अगर वार्ता सकारात्क रही तो ठीक है, नहीं तो दोबारा
दिल्ली कूच की कोशिश की जायेगी।