सेक्टर-63 पुलिस ने बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर
उनके साथ ठगी करने वाले चार जालसाजों के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई की। पुलिस अबआरोपियों द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति को चिह्नित कर कुर्क किया जाएगा। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को 25 जून 2023 को गिरफ्तार किया था।
आरोपियों की पहचान मधु बिहार
दिल्ली के अजय, निठारी सेक्टर-31 के नरेश चंद गुप्ता, अरनिया बुलंदशहर के जावेद खान और गौर
सिटी प्रथम के सिद्धार्थ गुप्ता के रूप में हुई थी। आरोपियों के पास से एक लैपटाप, एक प्रिंटर, एक
बॉयोमीट्रिक मशीन, एक रैटिना स्कैनर, एक थंब स्कैनर, एक वेब कैमरा, छह फर्जी आधार कार्ड व दो
फर्जी पैन कार्ड व एक बाइक बरामद की गई थी।
गिरोह का मुखिया सिद्धार्थ गुप्ता है। गिरोह के चारों
सदस्यों की भूमिका तय थी। अजय और नरेश गुप्ता बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर लाने
का काम करते थे। इसके लिए उन्हें एक व्यक्ति लाने पर 15 हजार रुपये मिलते थे। जावेद फर्जी आधार
कार्ड और पैन कार्ड तैयार करता था, जबकि सिद्धार्थ बैंक खाते खुलवाकर अवैध तरीके से रुपयों का
लेनदेन करता था।
जावेद पहले बुलंदशहर के एक बैंक में आधार कार्ड बनाता था। चारों मिलकर बेरोजगार
युवाओं को नौकरी का झांसा देकर मोटी रकम वसूल लेते थे। गैंग के सदस्य युवाओं से आवेदन प्राप्त
करते थे। आवेदन के साथ उनके आधार कार्ड और पैन कार्ड भी प्राप्त कर लेते थे। इसके बाद उनके
आधार और पैन कार्ड में दर्ज नाम में मामूली परिवर्तन करके बैंक में खाता खुलवा लेते थे। इसके बाद
फोन नंबरों को बंद कर गायब हो जाते थे।
गैंग के सदस्य काले धन को सफेद धन में बदलने के इच्छुक
लोगों से संपर्क करते थे। बेरोजगार युवाओं के नाम से खुलवाए खातों में उनसे धनराशि डलवाते थे। उनबैंक खातों से करोड़ों रुपये का लेनदेन करते थे।
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