नोएडा के एसीसी कान्वेंट स्कूल की पूर्व प्रधानाचार्य एवं प्रसिद्ध समाज
सेविका सिस्टर सैलीन ने क्रिसमस की खुशियां गरीबों के साथ साझा की। उन्होंने जरूरतमंद रिक्शा
चालकों के साथ क्रिसमस मनाते हुए उन्हें ठंड से बचने के लिए कंबल वितरित किए और सच्चाई के
रास्ते पर चलकर लोगों की मदद करने के लिए भी प्रेरित किया।
वयोवृद्ध समाज सेविका सिस्टर सैलीन द्वारा नोएडा के सेक्टर 17 स्थित एसीसी कान्वेंट स्कूल के
प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में फादर सनल, चार्ल्स, जोबी, जोशन व डेनिस ने जरूरतमंद रिक्शा
चालकों को कंबल वितरित किए। फादर सनल ने रिक्शा चालकों को संबोधित करते हुए कहा कि सिस्टर
सैलीन द्वारा जरूरतमंदों की मदद के लिए किया जा रहा कार्य सराहनी हैं। वह बिना भेदभाव के सभी
वर्गों के लिए पिछले काफी समय से कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है
और जरूरतमंद की मदद करना सबसे पुनीत कार्य है। ईश्वर ने हमें मानव रूप में जन्म दिया है, इसलिए
दूसरों के प्रति मानवता रखना ही सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने रिक्शा चालकों का आह्वान किया कि वह
सदैव मानवता के धर्म को पर चलने का प्रयास करें और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हर समय
तैयार रहें।
दूसरों की सेवा करना ही सच्ची ईश्वर भक्ति
फादर चार्ल्स ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एक दूसरे की मदद करना ही
ईश्वर के प्रति सच्ची आस्था होती है। जरूरतमंदों की अगर समय पर मदद की जाए तो उनका जीवन
बदल सकता है। सिस्टर सैलीन पिछले कई दशकों से गरीब रिक्शा चालकों के उत्थान के लिए लगातार
कार्य करती आ रही हैं। वह बिना भेदभाव के सभी जरूरतमंदों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहती हैं।
उनके द्वारा किया जा रहा यह कार्य और लोगों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बना है। उन्होंने रिक्शा चालकों
का आह्वान किया कि वह बुराई के रास्ते को त्याग कर ईमानदारी के रास्ते पर चलते हुए अपने परिवार
का भरण पोषण करें।
इंसान का सबसे बड़ा धर्म मानवता
इस मौके पर सिस्टर सैलीन ने कहा कि उनका सदैव प्रयास रहता है कि जरूरतमंदों की हर संभव मदद
की जाए। वह अन्य लोगों को भी जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए प्रेरित करती हैं। उन्होंने कहा
कि वह बिना भेदभाव के सभी धर्म एवं वर्गों के लोगों के लिए कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इंसान
का सबसे पहला धर्म मानवता है अगर इंसान इस रास्ते पर चलता है तो उसे खुद आत्मिक शांति प्राप्त
होती है। उन्होंने लोगों का भी आह्वान किया कि वह जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे हैं जिससे उनके
जीवन को संवारा जा सके। इस मौके पर सिस्टर मेरी, टेरिस, ग्लेडी, बिट्टी, शीबा सहित बड़ी संख्या में
रिक्शा चालक व अन्य लोग मौजूद थे।
478 लोगों को फ्री रिक्शा दे चुकी हैं सिस्टर सैलीन
आपको बता दें कि सिस्टर सैलीन पिछले काफी समय से जरूरतमंद रिक्शा चालकों का जीवन स्तर
सुधारने के लिए कार्य कर रही है। अब तक वह 478 लोगों को नि:शुल्क रिक्शा का वितरण कर चुकी हैं।
इसके अलावा वह समय-समय पर रिक्शा चालकों के उत्थान के लिए प्रयासरत रहती हैं। उनके इस कार्य
के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा उन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। प्रत्येक वर्ष क्रिसमस के
मौके पर वह इस पर्व की खुशियां रिक्शा चालकों के साथ साझा करती हैं। इस दौरान वह रिक्शा चालकों
को कंबल, स्वेटर व अन्य जरूरत की चीजों के वितरण के साथ-साथ उन्हें नैतिकता का भी पाठ पढ़ाती
हैं।