नोएडा, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सात से 14 दिसम्बर तक निजी स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का नोटिफिकेशन बढ़ाने के लिए चलाए गये अभियान में 122 नये मरीजों का डाटा मिला है। यह वह मरीज हैं जिनका निजी क्षेत्र के चिकित्सालयों में उपचार तो चल रहा था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में जानकारी नहीं दी थी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आर.पी. सिंह ने बताया- जनपद में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत 23 नवम्बर से पांच दिसम्बर तक सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान चलाया गया था, जिसमें जनपद में टीबी के 54 नये टीबी रोगी खोजे गये थे। इसके तुरंत बाद शासन की ओर से निजी क्षेत्र का नोटिफिकेशन बढ़ाने के लिए सात से 14 दिसम्बर तक एक अभियान चलाया गया। इस अभियान में नोटिफिकेशन बढ़ाने के लिए निजी स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का सर्वे कर उन्हें टीबी मरीजों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने के लिए प्रेरित किया गया। इस दौरान निजी क्षेत्र में उपचार प्राप्त कर रहे 122 ऐसे मरीज संज्ञान में आये जिनके बारे में स्वास्थ्य विभाग को जानकारी नहीं दी गयी थी। अब जानकारी मिलने पर विभाग की ओर से उनकी एंट्री निक्षय पोर्टल पर कर दी गई है।
पोर्टल पर एंट्री होने के बाद इन मरीजों को शासन की ओर टीबी मरीजों को दी जाने वाली सुविधा मिल सकेगी। गौरतलब है कि टीबी मरीजों को हर माह निक्षय पोषण योजना के तहत पांच सौ रुपये प्रतिमाह उपचार चलने तक दिये जाते हैं। यह राशि मरीज के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। इसके अलावा मरीजों को दवा उपलब्ध करायी जाती है और मरीजों की सहमति पर निक्षय मित्रों की ओर से पोषण सामग्री प्रदान की जाती है।
डा. सिंह ने सभी निजी चिकित्सकों व औषधि विक्रेताओं से राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग प्रदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा शासन के निर्देश पर नये टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन कराना हमारी जिम्मेदारी है। अतः सभी शत-प्रतिशत क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन करें। उन्होंने कहा-जिन निजी चिकित्सालयों, चिकित्सकों, नर्सिंग होम, मेडिकल स्टोर या पैथोलॉजी लैब के अंतर्गत क्षय रोगियों का उपचार चल रहा है, उस चिकित्सालय, चिकित्सक या अन्य से नामित व्यक्ति निक्षय पोर्टल पर क्षय रोगियों के नोटिफिकेशन व पंजीकरण का कार्य जरूर करें।
जिला कार्यक्रम समन्वयक अम्बुज पांडेय ने बताया- निजी क्षेत्र का नोटिफिकेशन बढ़ाने के लिए चलाये गये अभियान में 112 निजी चिकित्सालयों, नौ निजी लैब, 245 केमिस्ट शॉप का भ्रमण किया गया। भ्रमण के दौरान 122 मरीज ऐसे पाये गये, जिनका उपचार तो शुरू हो गया था लेकिन निक्षय पोर्टल पर एंट्री ही नहीं की गई थी और न इस बारे में जिला क्षय रोग इकाई को जानकारी दी गयी थी।
नोटिफिकेशन के मामले में टॉप टेन में है जिला
अम्बुज पांडेय ने बताया टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन के मामले में जनपद गौतमबुद्धनगर प्रदेश में टॉप टेन में है। यहां साल भर के लिए निजी क्षेत्र के लिए मिले लक्ष्य 4400 से सापेक्ष 4517 नोटिफिकेशन किये गये। वहीं सरकारी स्तर पर दिये गये लक्ष्य 5999 के सापेक्ष 6128 नोटिफिकेशन अब तक कर दिये गये हैं।