शिवरात्रि के पावन पर्व पर गांव में कांवड़ यात्रा और विशाल भंडारे का आयोजन
Noida पवित्र सावन माह मेंनोएडा के सलारपुर स्थित शिव मंदिर में भगवान शिव की अनंत महिमा का गुणगान करते हुए शिवरात्रि के पावन पर्व पर गांव में कांवड़ यात्रा और विशाल भंडारे का आयोजन बड़े हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस पवित्र अवसर पर गांव के श्रद्धालुओं, युवाओं और बच्चों में उत्साह देखते ही बनता था।
सुबह होते ही कांवड़ यात्रा का शुभारंभ मनमोहक झांकियां डीजे के साथ गांव के प्राचीन शिव मंदिर से हुआ। सैकड़ों की संख्या में भक्तों की टोली हर-हर महादेव और बोल बम के जयकारों के साथ पवित्र गंगाजल लेने निकली।श्रद्धालुओं ने संपूर्ण ग्राम एवं प्रमुख स्थानो से पैदल यात्रा कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।गांव के मुख्य चौराहे से लेकर मंदिर तक शिव भजनों और घंटी-डमरु की ध्वनि से माहौल भक्तिमय हो गया।
श्रद्धालुओं ने कांवर यात्रा के बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और गंगाजल अर्पित कर परिवार और गांव की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।कांवड़ यात्रा के सफल समापन हर वर्ष की भांति विशाल भंडारे का आयोजन किया। दूर-दूर से आए कावड़ यात्रियों श्रद्धालुओं और राहगीरों ने प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे में बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों ने मिलकर सेवा भाव से भोजन परोसा।भंडारे के सफल संचालन में टिकैत रसोई किस संचालक जिला अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन एवं अखिल भारतीय गुर्जर महासभा अशोक भाटी की अहम भूमिका रही। उन्होंने कहाभगवान शिव को देवों के देव महादेव कहा जाता है।वे संहारक हैं तो कल्याणकारी भी।वे ही काल के स्वामी हैं और करुणा के सागर भी।
मान्यता है कि सावन के महीने में शिव की पूजा करने से सभी पाप नष्ट होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। कांवड़ यात्रा कर गंगाजल चढ़ाने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है और जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है।जलकेश बाबू ने बताया कि यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और आज की युवा पीढ़ी इसे और भी भव्यता से निभा रही है। आयोजन के माध्यम से गांव में आपसी भाईचारा, एकता और सहयोग की भावना को और अधिक बल मिला है।आयोजन समिति के सदस्यों ने कहा कि आने वाले वर्षों में यह परंपरा और भी अधिक श्रद्धा एवं भव्यता से निभाई जाएगी। गांव के सभी लोगों ने मिलकर हर-हर महादेव के जयकारों के साथ सुख, शांति और अच्छे मौसम की कामना की।
इस दौरान महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की तस्वीर पर पुष्पांजलि कर उनकी जयंती भी मनाई गई सुखबीर प्रधान, सुभाष नेताजी, मनोज त्यागी, प्रदीप सिन्हा, श्रेयस दीक्षित, योगेश बैसला, सुनील भाटी दीपक भाटी, कृष्ण भाटी, सुरेंद्र गुर्जर, मनोज भाटी, विजेंद्र भड़ाना, रामकुमार भड़ाना, सहित अन्य लोग इस दौरान सेवादार रूप में उपस्थित रहे।